दोस्त
दोस्त
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दोस्त तो हर धड़कन की ज़ुबाँ होता है,
जिससे दिल का हर किस्सा बयाँ होता है।
फ़लसफ़े सी इस ज़िंदगी के,
हर मोड़ पे उसका निशां होता है।
दोस्त फ़ख्त दोस्त नहीं होता,
इस रूह के सुकूँ का जहान होता है।