वादा निभाना.....
वादा निभाना.....
जब मिलने आओ मुझसे,वक़्त ठहरा के आना,
दिल से दिल की मुलाक़ात की,वादा तुम निभाना.
बड़ी दूर हो तुम मुझसे, बड़े देर से मिलते हो,
तुम ख़ुद भी तड़पते हो,मुझको भी सताते हो.
बड़े अरमाँ सजाके में, दिल थाम के बैठी हूँ,
दिल साथ धड़क ने को,दुआ मांग के बैठी हूँ.
तुम आना सजाके दिल,ख्वाबों वाली सेहरा में,
में शर्म की घूँघट में, बैठी सपने सुहाने में.
तुम आना मेरे साथी , बड़ी देर लगादी है ,
धड़कन से धड़कन मिल जाए ,
तो ख़ुशियाँ भर जाए दामन में....
ये आस जो टूटी तो दिल टूट ही जाएगा,
तुम आना मेरे साथी, मुझे सांसे दे जाना....
और
लौट के आने तक मुझमें ख़्वाब सजा जाना!