उठो भारत के शेर
उठो भारत के शेर
उठो भारत के शेर जगो इक बार पुनः हुंकार भरो।
दुश्मन की सेना को अबकी रावी के उस पार करो।
शौर्य की गाथा है भारत,
हम सबकी माता है भारत।
भारत का कोई जोड़ नहीं,
वीरों का कोई तोड़ नहीं ।
भारत के वीर सपूतों का सारे मिलकर सम्मान करो।
उठो भारत के शेर जगो इक बार पुनः हुंकार भरो।
भारत की है शान तिरंगा।
भारत का है मान तिरंगा।
है अपना अभिमान तिरंगा।
हम सबकी है जान तिरंगा।
शान तिरंगे की खातिर आन पड़े बलिदान करो।
उठो भारत के शेर जगो इक क बार पुनः हुंकार भरो।