STORYMIRROR

Bhawna Kukreti Pandey

Tragedy

4  

Bhawna Kukreti Pandey

Tragedy

उत्पाद

उत्पाद

1 min
328

लड़कियां

जो तस्वीरों में

अपने सुडौल शरीर

के साथ

मादक दिखती हैं

अधो वस्त्र से लेकर

एक चेविंग्म

तक बेचती दिखती हैं

वे वह चीज नहीं बेचती

जो बेचती

दिखाई पड़ती हैं,

वे खुद

बेमोल बिकती रहती हैं

बड़ी ही

चतुराई से समाज

द्वारा।


हर

उत्पाद के

लिए खुद को कैनवास

बनाने से पहले

मोहक चित्र में उतरने से पूर्व

सामने होते हैं ग्राहक

अनगिनत

सजीव और निर्जीव

आंखें।


मगर

उससे भी पहले

और उसके भी बाद

होता हैं अपना और

पराया

शातिर ग्राहक

"चित्त!"


अनजाने

ये लड़कियां

उत्पाद हो जाती हैं

मानसिक उपभोग के

लिए।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy