उपहार
उपहार
जिंदगी ईश्वर का अनमोल उपहार है
इस तन का मोल अपार है
मेहनत कर तू अपना भाग्य बना
स्वाभिमान से अपना जीवन चमका
स्वयं को तू न इतना लाचार बना
किसी आगे यूं तो न हाथ फैला
आत्मसम्मान से बढ़कर नहीं है कुछ
भीख मांगने से जीवन बन जाता तुच्छ।
जिंदगी ईश्वर का अनमोल उपहार है
इस तन का मोल अपार है
मेहनत कर तू अपना भाग्य बना
स्वाभिमान से अपना जीवन चमका
स्वयं को तू न इतना लाचार बना
किसी आगे यूं तो न हाथ फैला
आत्मसम्मान से बढ़कर नहीं है कुछ
भीख मांगने से जीवन बन जाता तुच्छ।