उम्र मात्र संख्या है
उम्र मात्र संख्या है
यह उम्र मात्र संख्या है यदि आप इस सत्य को मान लो।
आपका जीना आसान हो जाए, इस तथ्य को जान लो।
बचपन से किशोरावस्था और किशोरावस्था से जवानी।
जवानी से लेकर बुढ़ापा, यह स्थिति तो ज़रूर है आनी।
बचपन के दस बारह तो हँसते खेलते हुए बीत हैं जाते।
किशोरावस्था से जवानी तक कई नए अनुभव हैं आते।
जवानी नाम है कुछ कर गुज़र कर बहुत कुछ पाने का।
मीठे खट्टे कड़वे अनुभव पाकर नाम दौलत कमाने का।
सेवा निवृत्ति के बाद की ज़िंदगी है आराम से जीने की।
ज़िंदगी में जो कमाया, उस की खुशी के जाम पीने की।
बुढ़ापे की उम्र के साल कितने भी हों, जीने हैं खुलकर।
दुखी होकर न काटो, खूब जियो यारों से मिल जुलकर।
बुढ़ापे में जीवनसाथी का साथ बहुत क़िस्मत की बात।
साथी के साथ आराम और खुशी से गुज़रते दिन रात।
जवानी में जीवनसाथी को वक्त दे पाने की रही कमी।
उस कमी की बर्फ़ को हटा दो, जो सालों से रही जमी।