उम्मीद
उम्मीद
इक नयी सुबह
इक नया दिन
इक नयी उम्मीद मुसकराने की
जिन्दगी ये जंग जीत जायेगी
कोई वजह नहीं घबराने की।
दिल मेरा ये कहता है
इस काल का थोड़ा वक्त ही रहता है
विपदा की इस घड़ी में घर में ही ठहरना है
उम्मीद का दामन थामे रखना है।
वीरान सड़कों पर फिर से
दौड़ेगी मोटर गाड़ियाँ
सुनसान गलियों मे गूँजेगी
बच्चों की किलकारियां
मंदिरों मस्जिदों गुरूद्वारों के किवाड़ खुलेंगे,
बेखौफ लोग घरों से निकलेगें
आयो मिलकर माँगे ये दुआ
शीघ्र इस महामारी को मिटा दे खुदा।