week- शिक्षक
week- शिक्षक
कभी डांट कर जिसने है प्यार जताया
लड़खड़ाते कदमों को जिसने चलाना सिखाया
कभी काली स्लेट पर चाक से उज्जवल भविष्य का सूरज उगाया
ढाल बन जिसने हर मुश्किल से बचाया
हमारे लिए क्या सही है क्या गलत इसमे फर्क बताया
गलती हमारी माफ कर क्षमा का पाठ सीखा सच्चे गुरु का फर्ज निभाया
कभी माता- पिता बन दी सलाह तो कभी दोस्त बन हमारा हौसला बढ़ाया
धैर्य, संयम का जो पाठ पढाये, संकट में जो हमे लड़ना सीखता
जीवन पथ पर जो हमे चलना सीखाता
पग- पग जो परछाई सा साथ निभाता
जिसे देख आदर से सर झुक जाता वहीं सच्चा गुरु कहलाता
बच्चों का मन होता कोरा कागज उस पर जो शिक्षक ज्ञान की अमिट लिखावट कर्ता
बाल जीवन का भविष्य जो संवारे एक अच्छा इंसान बनाता
जीवन के अंधकार को दूर कर हमारी राह रोशन कर्ता
सदाबहार फूल सा बच्चों की बगिया महकाता
संचित ज्ञान का धन देकर हमे जीवन की ऊँचाइयों और कामयाबी तक पहुंचाता
प्रकाश पुंज सा आधार बन कर जो कर्तव्य अपना निभाता
प्रेम सरिता की बन धारा नाव पार लगाता शिक्षक
आज कहते उन शिक्षक को धन्यवाद जिसने हमें
हीरे सा तराश कर जीवन में हमें काबिल बनाया।
