प्रॉम्पट फर्स्ट May 23
प्रॉम्पट फर्स्ट May 23
अब ये वक्त का तकाज़ा है कि...
बुराइयों का अब होना चाहिए दहन !
भला आखिर कोई कब तक...
करे अन्याय और अत्याचार को सहन !
बैठकर ज़रा गौर से सोचो...
गंभीरता से करो इस समस्या पर मनन!
अगर जीवन की गति रहे...
निर्बाध, निरंतर ना हो क्षमता का क्षरण !
जब होगा अंत तो...
होगा सामना, समय पूर्व ना हो आत्मा का मरण !
