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Kumar Kishan

Romance

3  

Kumar Kishan

Romance

तुम्हारी याद आ जाती है

तुम्हारी याद आ जाती है

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जब कभी अकेलापन महसूस करता हूँ

भीड़ में भी तन्हाई महसूस करता हूँ

शाम की गोधूलि में डूबते सूरज

को देखकर तुम्हारी याद आ जाती है।


जब कभी ठंडी हवाएं चलती है

आकाश में काले बादल घिरते है

दूर किसी पेड़ पर अकेले बैठे

पंछी को देखकर तुम्हारी याद आ जाती है।


तुम्हारी यादें हमेशा मेरे साथ रहती है

तुम्हारी वजूद का अहसास कराती है

प्रेम क्रीड़ा में लिप्त पंछी जोड़ो

को जब देखता हूँ,

तब तुम्हारी याद आ जाती है।


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