तुम्हारी याद आ जाती है
तुम्हारी याद आ जाती है
जब कभी अकेलापन महसूस करता हूँ
भीड़ में भी तन्हाई महसूस करता हूँ
शाम की गोधूलि में डूबते सूरज
को देखकर तुम्हारी याद आ जाती है।
जब कभी ठंडी हवाएं चलती है
आकाश में काले बादल घिरते है
दूर किसी पेड़ पर अकेले बैठे
पंछी को देखकर तुम्हारी याद आ जाती है।
तुम्हारी यादें हमेशा मेरे साथ रहती है
तुम्हारी वजूद का अहसास कराती है
प्रेम क्रीड़ा में लिप्त पंछी जोड़ो
को जब देखता हूँ,
तब तुम्हारी याद आ जाती है।

