तुम्हारी सूरजमुखी
तुम्हारी सूरजमुखी
तुम सूरज मैं सूरजमुखी
तुम जिधर उधर मैं चली
पीला रंग लेकर तुमसे मैं खिली
तुम्हारी और मेरी प्रीत की जब बात चली
दुनिया में मच गई खलबली
तुम संग मैं नजाकत में ढली
तभी तो मैं हूं सूरजमुखी
पहचान मैंने तुम से पाई
बांध के गठबंधन तुम संग प्रीत निभाई
तुम्हारी जुदाई की बेला में
आंख मेरी असुवन से भर आई
तुम सूरज मैं सूरजमुखी
तुम जिधर उधर में चली