तुम वसंत मेरे
तुम वसंत मेरे
तुम वसंत हो मेरे ,
खिलते हुए गुलाब की तरह
महकाते हो घर को मेरे।
सूरजमुखी की तरह ,
उजागर करते हो ,राह को मेरे।
गेंदे के फूलों की तरह ,
शोभा बढ़ाते हो घर की मेरे ।
तुम बसंत हो मेरे ,
फूलों की रंगत के साथ ,
लाए हो खुशियां जीवन में मेरे ।

