उम्मीद की किरण

उम्मीद की किरण

1 min
1.4K


प्रभाकर की प्रथम आभा से

उदीयमान होती है उम्मीद की किरण।


जो अंधकार और निराशा का गर्भ चीर कर,

आदित्य करे हमारी मानस का अर्णव।


साहस के दीप जला, 

देता है हमारे विमनस्क

अंतरकरण को नवीन पहल।


आत्मविश्वास भर हमारे मन में, 

प्रेरित करे हमें अपने लक्ष्य की ओर।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational