पथगामी
पथगामी
पथगामी बन जाऊंगा उन जवानों का
जिनका यौवन देश के लिए शहीद हुआ है,
इससे बड़ा इससे सुंदर सम्मान क्या यारों
हर किसी को कहां तिरंगा नसीब हुआ है,
बचपन से कहता आया देखना पिताजी
एक दिन ऐसा कुछ कर जाऊंगा,
ठोककर दुश्मन की छाती पर गोली
सीना आपका चौड़ा कर जाऊंगा,
जोश से भरपूर गर्व करेगी सारी दुनिया
मिट्टी भी हिन्द की मुझ पर फ़ख्र करेगी,
आन सदा तिरंगे की ऊंची रखूंगा
शोख हवाएं भी मेरा जिक्र करेगी,
जीत हमेशा हमारी होगी शान से
बच्चा बच्चा देश का शौर्य गान करेगा,
विजयश्री का शंखनाद होगा
हर भारतवासी अभिमान करेगा!
