तुम उसे समझा नहीं पाओगे।
तुम उसे समझा नहीं पाओगे।
प्यार में धोखे के बाद
तुम जब अकेले हो जाओगे।
दर - दर फिरोगे यहाँँ से वहाँँ,
और खुद को अकेले पाओगे।
पर मेरे यार ये बात,
तुम उसे कभी साझा नहीं पाओगे।
उसकी यादों में आसुंंओ का समंदर बनोगे,
समझायेंगे दोस्त और यार और फिर भी तुम खुदको तकलीफ देते जाओगे।
पर मेरे यार ये बात,
तुम उसे कभी साझा नहीं पाओगे।
उसके दूर जाने के बाद,
खाना पीना सब भूल जाओगे।
हर दो दो मिनट में,
खुद से है नाराज़ हो खत आओगे,
अपनी ज़िंदगी को एक झूठी उम्मीद दिलाओगे।
पर मेरे यार ये बात,
तुम उसे कभी साझा नहीं पाओगे।
उसकी यादों को भुलाने के लिए,
शराब को खुद के होठो से लगाओगे।
सिगरेट के हर धुवे में,
खुदका फेफड़ा जलाओगे।
अपने माँ बाप को किसी और के लिए सताओगे।
पर मेरे यार ये बात,
तुम उसे कभी साझा नहीं पाओगे।
उसके लिए अपनी सारी खुशी को दांव पर लगागर,
आंसू आने से पहले उसे हर बार हँसाओगे।
पर मेरे यार ये बात,
तुम उसे कभी साझा नहीं पाओगे...।