तुम सदा बचाओ नीर बंधु
तुम सदा बचाओ नीर बंधु
तुम सदा बचाओ नीर बंधु
वरना भोगेंगे तुम्हारे पीर बंधु
हर एक बूंद की कीमत है
मेरा ही नहीं यह बहुमत है
इसके बिना जीव अधीर बंधु
सूखे न कहीं एक भी तालाब
हर कूप भरा हो तीन भाग
वर्षा न हो कभी स्थिर बंधु
खेतों में होये हरदम हरियाली
खिल उठे कुसुम डाली डाली
हर दिशा में बहे समीर बंधु
कट जाये गर्दन पर कटे न पेड़
हम किया करें न कभी इनसे छेड़
वर्षा लाएगी सदा प्राण बंधु
तुम सदा बचाओ नीर बंधु
