I'm RAHUL and I love to read StoryMirror contents.
इनके बढ़ते कदम न रोको वरना धूमिल होंगी सृष्टियाँ। इनके बढ़ते कदम न रोको वरना धूमिल होंगी सृष्टियाँ।
सूखे न कहीं एक भी तालाब हर कूप भरा हो तीन भाग सूखे न कहीं एक भी तालाब हर कूप भरा हो तीन भाग
विश्व झुकेगा चरण पे इसके पाएगा तब नव रस धार। विश्व झुकेगा चरण पे इसके पाएगा तब नव रस धार।
कितना सुंदर है देश हमारा सबकी आँखों का है तारा। कितना सुंदर है देश हमारा सबकी आँखों का है तारा।
सदा लुटाती प्यार की गगरी स्नेह का निर्झर कभी नहीं थमा सदा लुटाती प्यार की गगरी स्नेह का निर्झर कभी नहीं थमा
कैसे छोड़े निर्जन वन को कैसे राम गए तुम वन को कैसे छोड़े निर्जन वन को कैसे राम गए तुम वन को