गए थे मिलके देवगण भेद भांपने जो वो अगम अभेद शिव का ज्योति शिखर ऊंच हूं। गए थे मिलके देवगण भेद भांपने जो वो अगम अभेद शिव का ज्योति शिखर ऊंच हूं।
शांत झरोखा, एक कप कॉफ़ी आराम कुर्सी, मंद समीर ये एकान्त के लम्हें बोझिल नहीं..! शांत झरोखा, एक कप कॉफ़ी आराम कुर्सी, मंद समीर ये एकान्त के लम्हें बोझिल नह...
तुम कीर्तिमान बना कर सब को आश्चर्यचकित करना। तुम कीर्तिमान बना कर सब को आश्चर्यचकित करना।
मेरे आंसू नयन में रख लो संग जाकर छक कर तुम रो लो। मेरे आंसू नयन में रख लो संग जाकर छक कर तुम रो लो।
हम ही नहीं, सबका है कहना हमारा भारत देश महान। हम ही नहीं, सबका है कहना हमारा भारत देश महान।
कहती है समीर, पूरी हो धरा की ख्वाहिश, बनके बरसे सावन, प्यार की बारिश। कहती है समीर, पूरी हो धरा की ख्वाहिश, बनके बरसे सावन, प्यार की बारिश।