शांत झरोखा, एक कप कॉफ़ी आराम कुर्सी, मंद समीर ये एकान्त के लम्हें बोझिल नहीं..! शांत झरोखा, एक कप कॉफ़ी आराम कुर्सी, मंद समीर ये एकान्त के लम्हें बोझिल नह...
बहुत ही अच्छा लगा हमेशा की तरह योगा किया, तय जैसा किया था वैसा सारे काम करना शुरू बहुत ही अच्छा लगा हमेशा की तरह योगा किया, तय जैसा किया था वैसा सारे काम करना ...
ख़्वाहिशों के प्याले में एक प्याली गर्म चाय तेरे साथ पीनी है मुझे ,वज़ाहतों के कटोरे में कड़वे लगती क... ख़्वाहिशों के प्याले में एक प्याली गर्म चाय तेरे साथ पीनी है मुझे ,वज़ाहतों के कट...
कुछ ख़्वाहिशें कॉफ़ी मैग से उठने वाले भाप के तरह होती हैं ,जिन्हे महसूस किया जा सकता पकड़ा नहीं जा सक... कुछ ख़्वाहिशें कॉफ़ी मैग से उठने वाले भाप के तरह होती हैं ,जिन्हे महसूस किया जा ...