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Bhawna Panwar

Romance Fantasy

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Bhawna Panwar

Romance Fantasy

तुम न छोड़ना

तुम न छोड़ना

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जमाना रूढ़ जाए पर तुम न रूठना,

हैं खूबसूरत ये जिंदगी बस तुम हाथ न छोडना।


मैं मुश्किलें भी पार कर जाऊँगी

बस तुम साथ न छोड़ना।


मैं नफरत को भी प्यार कर लुंगी

बस तुम ये सहारा न छोड़ना।


रूढे हुए को भी मनाना सिख लूंगी

बस कभी तुम न रूठना


जलते हुए अंगारो से भी गुज़र जाऊंगी

बस तुम मेरी उम्मीद को मत छोड़ना।


असम्भव को भी संभव बना दूंगी

बस तुम इन इरादों को न छोड़ना।


सुखे पत्तो में भी जान भर दूंगी

बस तुम इस होशले को न छोड़ना।


हर मुश्किल में भी साया बनूँगी

बस तुम मेरी ताकत को न छोड़ना।


मैं हर कमजोरी को भी ताकत बना दूंगी

बस तुम इस मज़बूत इरादे को न छोड़ना।


जिन्दगी का सफर तुम्हारे साथ ही अच्छा लगा हैं

बस तुम इस सफर को न छोड़ना

बस तुम इस सफर को न छोड़ना।


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