"तु कहे तो तुझे कायनात लिखू"
"तु कहे तो तुझे कायनात लिखू"
तू है किताबों में छिपी दास्तां,
पलकों पे तेरी मैं रातें लिखूं।
तू ही बता मैं तुझे क्या नाम दूं,
कभी सच लिखूं, कभी ख्वाब लिखूं।
हर लम्हा तुझमें सिमटने लगे,
तू कहे तो तुझे पूरी कायनात लिखूं।

