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शालिनी मोहन

Abstract

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शालिनी मोहन

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टेढ़ी-मेढ़ी लकीरें

टेढ़ी-मेढ़ी लकीरें

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कुछ टेढ़ी-मेढ़ी लकीरें

दीवार पर

उस बच्चे ने खींची है।


रंगों का सारा इन्तज़ाम

उम्र भर का

वो दीवार कभी

बेरंग नहीं होगी।


न लकीरें टूटेंगी न उलझेंगी

एक पगडंडी होगी

कई सालों बाद।


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