त्रिपताका
त्रिपताका
हर बार एक नया अंदाज
हर बार एक नई सी चाह
दिल में है भरी उमंग
ये मंजिल पाने की है जंग।
अब छोड़ो ये सारे घमंड
आओ अब लौट चले
हम अपने वतन
सिर पर है यह कैसा जुनून
जो लेने भी ना दे सुकून।
झंडा अपना लहराते चलो
राष्ट्र गीत गाते चलो
दोस्तों आगे बढ़ते चलो
दुश्मनों की लाशें बिछा के चलो।
झंडा हमारा सदा है प्यारा
देश है मेरा रंगीला सारा
है मेरी देश की शान
है ये मेरी देश की मान
रहे सदा मेरा भारत महान।
