त्रिपदी हाइकु
त्रिपदी हाइकु
१.
आलोकित हो
दीप रूप जीवन
रहें मगन।
२.
पुलकित हों
ईश में रमा रहे
शेष जीवन।
३,
सुरीला हुआ
प्रथम सुर साधे
संगीत बॉंधे।
४.
मधुर सुर
आकर्षण करता
एक कर दे।
५.
अभिनन्दन
नव विक्रम वर्ष
उर आमोद।
६.
किरण आभा
जगमग आलोक
प्रभात बेला।
७.
मृदु स्पर्श है
नव वर्ष विहान
चमके सूर्य।
८.
दर्शन हुआ
विस्तारित आह्लाद
स्वर्णिम पल।
९.
संकल्प सिद्धि
गौरव ओर जाये
परिश्रम से।
१०.
समयबद्ध
प्रयास करना है
पूर्णता ओर।