कोरोना की सीख
कोरोना की सीख
हुआ है भयंकर प्रसार कोरोना
पर सिखाता सभी को सदाचार कोरोना।
प्रकृति की रक्षा करनी है जान लो
सफाई भी रखना जरुरी है मान लो
कर्त्तव्य हैं जो अपने उन्हें याद करो ना।
हुआ है भयंकर....
सिर झुकाकर सबको प्रणाम तुम करो
यज्ञ हवन और प्राणायाम तुम करो
संस्कृति जो भूली है उसे याद करो ना।
हुआ है भयंकर....
अविकसित हों या विकसित देश जद में आ गए
अमीर हों या गरीब हों एक कद में आ गए
लाया सभी को एक साथ कोरोना।
हुआ है भयंकर...
बच्चे जो हैं घर पर उन पर ध्यान नहीं है
बूढ़े भी हैं जो उनका सम्मान नहीं है
बताता कोरोना सबका मान करो ना।
हुआ है भयंकर.....
जिंदगी की दौड़ में भागते हम जा रहे
सेहत को भी ताक पर रखते हम जा रहे
सिखाता कोरोना कुछ विश्राम करो ना।
हुआ है भयंकर....
पौष्टिक शाकाहारी भोजन को अपनाओ
रोग से लड़ने की अपनी क्षमता बढ़ाओ
भोजन की गुणवत्ता में सुधार करो ना।
हुआ है भयंकर....
पुरखों ने सिखाए जो नियम थे तोड़ दिए
मन की थी जो मर्जी जैसे चाहे मोड़ दिए
कोरोना सिखाता अपनी हद में रहो ना।
हुआ है भयंकर.....
ज्यादती जो हमने प्रकृति से है की
दिया है कुछ वैसा ही प्रत्युत्तर उसने भी
किया है अब जैसा ख़ामियाजा भरो ना।
हुआ है भयंकर.....
लड़ना है जो इससे तो एक हो जाओ
सोचो समझो और बचाव के रास्ते अपनाओ
समय है अब कम हाथ पर हाथ धरो ना।
हुआ है भयंकर.....
डरने से अच्छा है कुछ करना चाहिए
मैदान में हमको भी उतरना चाहिए
हिम्मत से अब इसका उपचार करो ना।
हुआ है भयंकर.....