जागो और बचाओ
जागो और बचाओ
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जागो वीर सपूतों देश के
पुरुषों और महिलाओं
आओ आगे बढ़कर
ऊर्जा पानी तेल बचाओ।
आज बचाओ बिजली जिससे
सदियों तक जग हो रौशन
पानी आज बचाओ जिससे
रहे पृथ्वी पर जीवन।
तेल बचाओ जिससे
हम सब आगे बढ़ते जाएँ
ऊर्जा की खपत कम करें
उन्नति की सीढ़ी चढ़ते जाएँ।
भोजन और पैसों की
जो भी करता है बरबादी
उसे दंड के योग्य समझ लो
वह तो है अपराधी।
पेड़ बचाओ जिससे
हम सब पाएँ शुद्ध हवा
गैस बचाओ जिससे
लाभ उठाए सारा जहाँ।
ये मानव संसाधन देश की
प्रगति की हैं सीढ़ी
देगी तुम्हें दुआएँ देखो
आने वाली पीढ़ी।