तिरंगे के लिए
तिरंगे के लिए
तिरंगे के लिए जो थे समर्पित
वही सो रहे हैं तिरंगा ओढ़कर
अपनी शौर्य गाथा कर प्रदर्शित
भारत माँ के लाल सो गये।
कैसे ढांढस हुआ होगा उन्हें
माँ की सुरक्षा का ज़िम्मा छोड़कर
करूँ श्रद्धा सुमन उनको समर्पित
माँ के लिए जो प्राण निज दे गये।
दुश्मनों की आँख में आँखें डाल
हर पल देश का गौरव बढ़ाया
दुश्मनों की हर चाल नाकाम कर
चिर निद्रा में वही अब सो गये।
भारत माँ का आँचल हो न मैला
हमें जिम्मेदारी देकर सो गये
अमर होकर अमरता की निशानी
तिरंगा ओढ़कर वह सो गये।