तिरंगा
तिरंगा


थाम के तिरंगा हर जंग से जीत गए,
ले कर भारत माता का नाम हमे आज़ादी दे गए,
गुलाम भारत को आजाद हिन्द बना गए,
वतन पर हस्ते हस्ते वो फ़नाह हो गए,
वतन के नाम अपनी सांसे कर गए,
जुनून ना था वतन पर मर मीटने का तभी तो वो अमर हो गए,
गुलामी की जंजीरों को तोड़ खुले आसमान में वो उड़ गए,
खुद अंधेरे चुन हमें रौशनी दे गए,
सारे अत्याचार सह कर हमे राहत दे गए,
वो भगत सुखदेव जैसे दीवाने हमे आज़ाद वतन दे गए,
उनके इरादे कमजोर ना थे तभी
अपनी मंज़िल वो हासिल कर गए।