तेरी यादों की बारिश
तेरी यादों की बारिश
स्त्री के यादों की बारिश में
अक्सर भीगता ही पुरुष
का वो कोमल मन
सुंदरता की बूंदों से
से भीगता हुआ मेरा
समर्पित मन,
बूंदों में समाया हुआ
जज़्बातों का कण -कण से
तेरी ओर बहता हुआ बारिश
का तेरी यादों का पानी
यही है मेरी हकीकत से भरी
हुई दो पल की ज़िन्दगानी।

