तेरी मधुभरी आँखें
तेरी मधुभरी आँखें
क्या डूब जाऊँ?
तेरी मधु भरी आँखों में,
और चंदन जैसा बदन!
इसे कब तक देखूँ,
छिपकर..!
दिल करता हैं लिपट जाने को
सँभाल नहीं पाता मैं,
अपने आपको।
तुझे देखकर..
धड़कन भी नृत्य,
करने लगी!
लगता हैं,
वो तुझे चाहने लगी!
आँखों में तेरे मधु हैं
प्यार के..
और जोश हैं।
इकरार के!
तू क्यूँ खड़ी हैं यहाँ,
किसके इंतजार में
आँखों में मदिरा की बोतल लेकर
तू किसके ऊपर वार करेगी
तू किसके ऊपर अपने नजरों से प्रहार करेगी।
मुझे भी तो बता दें।
अगर न बता मुझे ,
अपना ले तो..
तेरी आँखें देखकर,
मुझे प्यार आया!
तू मुझे ना ना मत कर
आ प्यार कर मुझसे डटकर
लगता तेरी आँखों में कोई राज छिपा है
इसलिए तू बोलती नहीं..
हाय! राम ,आज कत्ल ही कर डालोगी क्या?
किसी अजनबी आशिक़ का
जो इतना गुरूर!
इतना नशा!
तेरी मधु भरी आँखों में
आँखें हैं नीली- नीली
जैसे मधुशाला में नीले रंग के आवरण ढका हो
वैसे ही तेरी ये मधु भरी आँखें!!