तेरे प्यार में बदनामियाँ ,
हम सहते रहे तेरी कसम ,
फिर भी टस से मस ना हुए ,
हम मेरे सनम ओ मेरे सनम |
इन दुनिया वालों ने हमको ,
जितना था उतना सुनाया ,
अपने सच्चे प्यार को हमेशा ,
व्याभिचार का खिताब पहनाया |
हम फिर भी चुप रह रहकर ,
हँसते रहे सुनो मेरे सनम ,
तेरे प्यार में बदनामियाँ ,
हम सहते रहे तेरी कसम |
वो भूख थी भी अगर तो क्या हुआ ,
लगने पर मिट भी तो गई ,
आज देखो सब कुछ कैसे ,
खत्म हो कर एक कहानी बनी |
तेरे प्यार में गुमनामियाँ ,
हम सहते रहे तेरी कसम ,
फिर भी टस से मस ना हुए ,
हम मेरे सनम ओ मेरे सनम |
प्यार सच्चा था वो अपना ,
ये आज भी पता है हमे ,
उन पलों को याद करके ,
कितनी रातें काटी हमने |
ये दुनिया फरेबी बार - बार ,
ताने देती मुझे हजारों बार ,
हम फिर भी देखो हँसते रहते ,
सच कहूँ सुनो मेरे सनम |
तेरे प्यार में बदनामियाँ ,
हम सहते रहे तेरी कसम ,
फिर भी टस से मस ना हुए ,
हम मेरे सनम ओ मेरे सनम ||