STORYMIRROR

Maittri mehrotra

Classics

4  

Maittri mehrotra

Classics

तेरा दर लगे मुझको प्यारा

तेरा दर लगे मुझको प्यारा

1 min
306

ऐ खुशी सुन,

तेरा दर लगे मुझको प्यारा।

रहूं सदा तेरे पास

मुड़कर न देखूं किसी ओर दोबारा।


खोल दूं तेरे द्वार सबके लिए

दीन, दुखी, लाचार, न हो जिनका कोई सहारा।

लौटा दूं तुझको सभी में

सारे जग को कर दूं, जग से न्यारा।


ऐ खुशी सुन

तेरा दर लगे मुझको प्यारा।


परिस्थितियों का कठिन दौर

जूझता, छटपटाता मानव उसमें बेचारा।

तू छुप गई है कहां?

मुरझाए चेहरों को दे दे अपना पिटारा।


बस जा बुझे दिलों में

उनके अंधेरों को दे दे अपना उजाला।

जा, दुआ है मेरी

तेरा बुलंद होकर चमके सितारा।

  

ऐ खुशी सुन

तेरा दर लगे मुझको प्यारा।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics