स्वयं को पहचानिए
स्वयं को पहचानिए
बदलें तो यूं बदलें की आपके लिए
जमाना स्वयं को बदलने लगे
किसी को बदलने की कोशिश में
अपना समय बर्बाद ना करें
आप स्वयं में ही कुछ ऐसा बदलाव
क्यों ना ले आएं की जमाना
कहे की हमे तो इनके जैसा बनना है।
फर्क महसूस होता है जब कोई आपकी
मिसाल देता है आपके जैसा बनना चाहता है
सबकी अपनी पहचान है
अपनी पहचान में आवयश्कता से अधिक
लीपापोती ना कीजिए की आपकी
वास्तविक पहचान ही छिप जाए
अपनी विशेषता को पहचान उसे निखारिए।
आप की छाप अमिट होगी
क्यों हम किसी के जैसे बने
क्यों ना हम जैसे हैं वैसे ही रहें
अपनी पहचान को छिपा इए नहीं
उसे तराशिये निखारिये
और मिसाल बनाइए।