योग धन
योग धन
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आँखें मूंद कर
जो बैठा कुछ पल
शांत मन में जगी इक आभा
दिव्य तेज के प्रकाश से
अलौकिक हुआ मन
मिटे सब भ्रम
स्वर्णिम आभा
मन का योग
तन का योग
मन के योग से
बने शुभ संजोग
तन का योग
मिटे सब रोग
नित नियम में जोड़ कर
योग स्वास्थ्य लाभ पाया
अद्भुत प्रतिफल
शुद्ध श्वांसों से
दीर्घ आयु एवम् निरोगी
तन से प्रफुल्लित हुआ धन्य जीवन