करोना (याद आया गुजरा जमाना )
करोना (याद आया गुजरा जमाना )
याद आता है वो
दादा-दादी, नाना-नानी
चाचा-चाची बुआ-फूफा
का वो गुजरा जमाना
अस्वच्छ हाथ ना हमें लगाना
हाथ, पाँव मुंह, धोकर ही घर के
अंदर आना तद उपरांत ही
किसी चीज को हाथ लगाना
समझ छुआ -छूत उनका
हमने खूब मज़ाक उड़ाया
आज करोना जैसी महामारी
के संकट में अपने
बड़ों का कहा याद आया
पादुका अपनी बाहर ही
उतार कर आना
नहीं किसी बाहरी संक्रमण
को घर के अंदर लाना।
पंच स्नान और स्वच्छ वस्त्रों को
धारण करके ही
भजन और भोजन करना।
झूठे हाथ ना कहीं और लगाना
बार-बार हाथ धोकर ही आना।
उद्देश्य एक था संक्रामक
रोगों से हमें बचाना।