स्वातंत्रता दिवस
स्वातंत्रता दिवस
सदियों पुरानी आज़ादी की दास्तान,
सुनते है इसे आज भी तो ले आती हैँ दिलों मे उफान,
कुछ अलग ही बात थी उन पराक्रमी शूर वीरों की,
जिन्हें परवाह नहीं थी अपनी जान की,
ना आँखों मे डर, होटों पर मुस्कान लिए,
हिंदुस्तान था जिनका गुरूर,
सर पर था जिनके देश की आज़ादी का सुरूर,
दिए ना जाने कितने अंतहीन बलिदान,
भेंट मे दिया अनमोल तिरंगा
जो है भारत का अभिमान,
नमन है उन शूर वीरों को,
जिन्होंने दिया आज़ादी का वरदान।