सवाल
सवाल
सदियों से खामोश हूँ मैं
तुमने गर पूछे हालात
सच है रो दूँगी बेहिसाब
मत रखना काँधे पे हाथ
मत पूछना मेरे ज़ज्बात
पाषाण शिला सा दिल मेरा
बिखर जाएगा बनकर राख।
सदियों से खामोश हूँ मैं
तुमने गर पूछे हालात
सच है रो दूँगी बेहिसाब
मत रखना काँधे पे हाथ
मत पूछना मेरे ज़ज्बात
पाषाण शिला सा दिल मेरा
बिखर जाएगा बनकर राख।