सूर्यदेव की महिमा
सूर्यदेव की महिमा
प्रातः सूरज की किरणों में बसी,
प्रकृति की सुंदरता अपार,
सूर्यदेव तुम हो महान,
दूर करो तुम अंधकार।
प्रातः की रश्मियाँ फैलाए,
हर दिशा में उजियारा लाए,
जग में नई ऊर्जा भर दे,
दुखियों के मन को राहत दे।
तुमसे ही जीवन का आधार,
तुम हो जीवन के पालनहार,
धूप की तपिश और उजाला,
करता है सबका कल्याण।
आदित्य, भास्कर, दिनकर,
सूर्यदेव के कितने नाम,
तुम हो जगत के प्रकाशक,
तुम्हारा गुणगान करे हर इंसान।
हे सूर्यनारायण, कृपा करो,
हम पर अपनी दृष्टि धरो,
बनें हम सब सच्चे इंसान,
सदा रहे हमारा उज्ज्वल मान।
