सुनो...!!!
सुनो...!!!
नाकामयाबी से कभी
शिकस्त न खाना तुम !
इस बात को दिल में
बसा लो कि नामालूम
कब एक नायाब मौका
मिल जाए तुम्हें
और तुम गर्दिश से सितारों को
यूँ निकाल लाओ कि
मासूम ज़िंदगी तुम्हारी
अचानक करवट ले
और तुम अपनी
नाउम्मीदी में भी थोड़ी
कोशिश कर लो
मुश्किलों को जीतने की...
जब तुम उस हद तक
अपनी सकारात्मक सोच को
रोशन करने में
कामयाबी हासिल करोगे,
तब तुम बेशक़
अपने आनेवाले कल की
नई उम्मीदों को
एक पैमाना दे सकोगे!
सुनो, मेरे भाई! तुम खुद को
और मजबूत करो...!!!
थोड़ी और कोशिश करो...
शायद वो अगला दरवाज़ा
तुम्हारी कामयाबी और हौसले का
आगाज़ हो...
सुनो...!!! सुनो...!!!
