ग़जब किया! तेरे वादे पर ऐतबार किया... ज़ख्म दिया तूने! तुझसे ही मरहम ले लिया... ग़जब किया! तेरे वादे पर ऐतबार किया... ज़ख्म दिया तूने! तुझसे ही मरहम ले लिया...
बंद रास्ते भी खुल जाएंगे बस कभी हिम्मत न हारना। बंद रास्ते भी खुल जाएंगे बस कभी हिम्मत न हारना।
लगता है जैसे कल ही की तो बात थी, संग तुम्हारे मैंने कई ख्वाब सजाया था लगता है जैसे कल ही की तो बात थी, संग तुम्हारे मैंने कई ख्वाब सजाया था