सुलगता भारत
सुलगता भारत
बात तो एकता की थी, तुम हिंदू और मुसलमान कहां से ले आए ?
मसला तो गरीबी का था, यह गीता और कुरान कहां से ले आए ?
बात तो किसानों की थी, तुम भाई और भाई जान कहां से ले आए ?
मसला तो शांति का था, यह दंगों का सामान कहां से ले आए ?
बात तो रोटी की थी, तुम जहर की दुकान कहां से ले आए ?
मसला तो कपड़े का था, यह लड़ाकू विमान कहां से ले आए ?
बात तो मकान की थी, तुम यह शमशान कहां से ले आए ?
मसला तो इंसान का था, बीच में भगवान कहां से ले आए ?