सपने
सपने
सूखे पेड़ पर बैठ
कुछ सपनों में खो गई
कौन हूं मैं आपके लिये
मेरे दिल का हाल पूछा नहीं ?
अपने दिल का हाल बताया नहीं,
क्या रिश्ता है तेरा मेरा
काश, मैं परी होती
करती कुछ जादू तेरे दिल पर,
तुझें अपना बना कर तेरे साथ रहते ?
सूखे पेड़ पर बैठ
कुछ सपनों में खो गई
कौन हूं मैं आपके लिये
मेरे दिल का हाल पूछा नहीं ?
अपने दिल का हाल बताया नहीं,
क्या रिश्ता है तेरा मेरा
काश, मैं परी होती
करती कुछ जादू तेरे दिल पर,
तुझें अपना बना कर तेरे साथ रहते ?