सफर जारी है....
सफर जारी है....
सफर जारी है
ना थके कभी पैर,
ना कभी हिम्मत हारी है
ना थके कभी हाथ, ना थकी कलम,
और ना कभी सूखी श्याही है;
हर पल चलना, संदेश हर बारी है,
जज्बा है "परिवर्तन" का
इसलिए "सफर" जारी है !
"चरैवेति चरैवेति चरैवेति,
मा स्तंभयेऽपि प्रलये।।"