Chetan Gondalia
Abstract
किये होंगे पाप
मिलकर सब ने,
वो ही चुभे शूल से है;
तभी तो हाथ आजकल
गंगाजल की बजाय
मदिरा से धूलते हैं..!!
निवृत्त सेनान...
सबसे सच्चा और...
सफर जारी है.....
सूख लगे...
फ़ुरसत
समय बहरा होता...
जरूरी था...
सीख लो..
किये होंगे...
परिवर्तन को हमने एक्सेप्ट किया हिंदी को थोड़ा नेगलेक्ट किया। परिवर्तन को हमने एक्सेप्ट किया हिंदी को थोड़ा नेगलेक्ट किया।
उसी तरह आदमी भी पाई पाई बचाता है उस बचत से सुनहरा भविष्य बनाता है । उसी तरह आदमी भी पाई पाई बचाता है उस बचत से सुनहरा भविष्य बनाता है ।
बॉस अगर तुम पर कभी चिल्लाता भी होगा, तो अधिकारियों की गाज से तुम्हें बचाता भी होगा। बॉस अगर तुम पर कभी चिल्लाता भी होगा, तो अधिकारियों की गाज से तुम्हें बचाता भी...
अधमरा सा जिंदगी जी रहा हूँ मैं या सीधे लफ्ज में कहूँ तो चालीस पार कर गया हूँ मैं अधमरा सा जिंदगी जी रहा हूँ मैं या सीधे लफ्ज में कहूँ तो चालीस पार कर गय...
आपको अपना प्यारा सा रामसा पीर रूणिचा में लीनी समाधि, रामसा पीर आपको अपना प्यारा सा रामसा पीर रूणिचा में लीनी समाधि, रामसा पीर
अनजाने मे चोट खा गये .... एक टुटे आईने से ... अनजाने मे चोट खा गये .... एक टुटे आईने से ...
और सजा के रूप में शरीर अब अर्थ (धरती) भी हो रहा है। दवाई भी काम नहीं आ रही है दर्द भी और सजा के रूप में शरीर अब अर्थ (धरती) भी हो रहा है। दवाई भी काम नहीं आ रही है...
लेकिन दुर्भाग्य वैसे मनुज का जो होकर अकेले रह जाते हैं। लेकिन दुर्भाग्य वैसे मनुज का जो होकर अकेले रह जाते हैं।
कौन दिशा कौन डगर मैं चली जा रही। कौन दिशा कौन डगर मैं चली जा रही।
हद से ज्यादा मुझ पर अपना याराना जो जाताता है , यूं तो हर पल मुझको वो सताता है. हद से ज्यादा मुझ पर अपना याराना जो जाताता है , यूं तो हर पल मुझको वो सताता है...
तेरे चेहरे की चमक बेहिसाब, दिन-रात इसे ही निहार रहा हूँ मैं… तेरे चेहरे की चमक बेहिसाब, दिन-रात इसे ही निहार रहा हूँ मैं…
विकट विघ्न था पर निस्तारण हेतु युक्ति सुझाई। विकट विघ्न था पर निस्तारण हेतु युक्ति सुझाई।
मैं तो कहता सब अपराधी हैं मारों सब को चौराहे पर गोली। मैं तो कहता सब अपराधी हैं मारों सब को चौराहे पर गोली।
हमारी तकलीफ़ में मां तो रोने लगती है, तब पापा ही तो हम दोनों को संभालते हैं हमारी तकलीफ़ में मां तो रोने लगती है, तब पापा ही तो हम दोनों को संभालते हैं
कुछ तो तुम्हारे दिलमें आजकल चल रहा है। कुछ तो तुम्हारे दिलमें आजकल चल रहा है।
उस दिन देखा था तुम्हे जल्दी जल्दी नुक्कड़ तक दौड़ते हुए। उस दिन देखा था तुम्हे जल्दी जल्दी नुक्कड़ तक दौड़ते हुए।
ज़िंदगी कम पड़ जाती है पर शिकायतें की इतना क्यों खोया वो खत्म होने का नाम ही नहीं लेती ज़िंदगी कम पड़ जाती है पर शिकायतें की इतना क्यों खोया वो खत्म होने का नाम ही नहीं ...
इसलिये ही हर घर के किवाड़ में, दिखता है सिर्फ़ एक ही पल्ला ! इसलिये ही हर घर के किवाड़ में, दिखता है सिर्फ़ एक ही पल्ला !
जो खोज रहा था पूरी दुनिया में मिल गया अपने ही भीतर। थैंक यू, साढ़े नौ किलोमीटर। गीता का ज्ञान एक अपू... जो खोज रहा था पूरी दुनिया में मिल गया अपने ही भीतर। थैंक यू, साढ़े नौ किलोमीटर। ...
काश मैंने अपनी मातृभाषा के महत्व को समझा होता तो आज टॉप टेन विद्यार्थियों की सूची में अ काश मैंने अपनी मातृभाषा के महत्व को समझा होता तो आज टॉप टेन विद्यार्थियों की सूच...