STORYMIRROR

वैष्णव चेतन "चिंगारी"

Abstract

4  

वैष्णव चेतन "चिंगारी"

Abstract

सफेद रंग (श्वेत रंग )

सफेद रंग (श्वेत रंग )

1 min
257

हो के आई है बैल पर करके सवारी माँ,

करके श्वेत वस्त्रों का पहन कर मेरी माँ,


प्रथम दिवस नोरता का आज मेरी माँ,

शैलपुत्री श्वेत वस्त्र श्रंगार देती है माँ ,


शांति सद्भावना और भाईचारे का संदेश,

करो माँ इस नोरता में दुष्टों का सर्वनाश,


आशीर्वाद दो माँ अपने परम भक्तों को माँ,

आये है जो आज तेरी शरण में मेरी माँ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract