सफलता
सफलता
प्रयास करता इंसान हार कर भी न माने हार,
वो जिंदगी में सफलता प्राप्त कर लेता है,
क्योंकि सफलता की प्रथम सीढ़ी ही प्रयास है,
जब कठिनाई उसका मार्ग रोके तब विश्वास के साथ,
बिना रूके बिना डरे उस पर अपने कदम बढ़ाए,
तो वो सफलता की बुलंदियों पर पहुंच जाता है,
क्योंकि सफलता की द्वितीय सीढ़ी दृढ़विश्वास है,
जब मंजिल की तरफ जाने वाली राहें बंद हो,
तब उसकी लग्न और परिश्रम की ताकत मिल,
उस बंद राहों में अपनी नयी दिशा बना लें,
तो वो बुलंदियों के आसमां पर अपनी पहचान बनाता है,
क्योंकि सफलता की तृतीय सीढ़ी नयी दिशा चुनना है,
सफलता हर कोई चाहता है,
पर उसके लिए प्रयास हर कोई नहीं कर पाता,
कुछ थोड़े समय में हार मान लेते हैं,
कुछ भाग्य भरोसे बैठ जाते हैं,
सफल वही हो पाता है जो अपने विश्वास को कायम रख,
मुश्किलो का सामना कर बिना डरे बिना रूके,
लग्न और परिश्रम से अपनी पहचान बनाता है,
और एक दिन सफलता की बुलंदियों पर पहुंचता है।