सफेद साड़ी
सफेद साड़ी
उसने पहन रखा था सुर्ख जोड़ा
हथेली पर मेंहदी भी लगाई थी
पहने थी हाथों में सुर्ख चूड़ियां
होंठो पर सुर्ख लाली सजाई थी
कितना खुशनुमा माहौल था
सबके चेहरे पर हसीं छाई थी
बस इक हादसा नहीं रहा शौहर तेरा
जब फ़ोन पर ये खबर आई थी
ख़ुशी में डूबी हुई वो लड़की
मानो उस पर दुखों की आंधी आयी थी ..
फिर क्या सब सुर्ख़ से सफेद हुआ
और वो बेचारी बेवा कहलाई थी ।
