Meri shaksiyat kisi taarruf ki nohtaaz nhi mera khuloos hi kafi hai meri pehchan ke liye ...
तुम्हे मंजिल चाहिए तो रास्तों पे चलना होगा तुम्हे बारिश में भीगना धूप में जलना होगा तुम्हे मंजिल चाहिए तो रास्तों पे चलना होगा तुम्हे बारिश में भीगना धूप में जलन...
बस यही इक ज़िन्दगी का पल है जो अब तक समझ न आया क्यों होता है ऐसा ? बस यही इक ज़िन्दगी का पल है जो अब तक समझ न आया क्यों होता है ऐसा ?
फिर क्या सब सुर्ख़ से सफेद हुआ और वो बेचारी बेवा कहलाई थी । फिर क्या सब सुर्ख़ से सफेद हुआ और वो बेचारी बेवा कहलाई थी ।
बड़े ही ज़ुल्म सहे हमने बहुत लाठी भी खायी हैं विकास के नाम पर तुमने हमारी नौकरी खायी ह बड़े ही ज़ुल्म सहे हमने बहुत लाठी भी खायी हैं विकास के नाम पर तुमने हमारी नौक...
कभी जब आँख लगती है, माँ की गोद में मेरी! तो मानो रूह मेरी बाग़-ए-जन्नत टहलती है! कभी जब आँख लगती है, माँ की गोद में मेरी! तो मानो रूह मेरी बाग़-ए-जन्नत टहलती है...
करके अटैक चेहरे पर तूने मेरी रंगत को तो घटा दिया , लेकिन ये सच है तूने मुझमे इक दुर्गा करके अटैक चेहरे पर तूने मेरी रंगत को तो घटा दिया , लेकिन ये सच है तूने मुझमे ...