संसार की जतन हूं मैं
संसार की जतन हूं मैं
कभी धरती कभी गगन हूं मैं
अपने विश्वास में मगन हूं मैं
सब समाये जहां वो मन हूं मैं
सत्य और साक्ष की लगन हूं मैं
शुद्धता में प्रेम धन हूं मैं
बस हो प्रकाश अंधकार नहीं
ऐसे संसार की जतन हूं मैं।
