संगति का असर
संगति का असर
जैसी संगत में रहोगे वैसा ही फल पाओगे
अच्छे और बुरे व्यवहार से बच नहीं पाओगे
बुराई को जो अपनाया तो इसमें जल जाओगे
अच्छाई से अपने जीवन में खुशियां तुम पाओगे।
जैसी संगत में रहोगे वैसा ही फल पाओगे
अच्छे और बुरे व्यवहार से बच नहीं पाओगे
बुराई को जो अपनाया तो इसमें जल जाओगे
अच्छाई से अपने जीवन में खुशियां तुम पाओगे।